Best way to learn Math-मैथ सीखने का कारगर तरीका

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Best way to learn-मैथ सीखने का कारगर तरीका

जब भी मैथ सीखने का कारगर तरीका (Best way to learn) के संबंध में चर्चा होता है तो प्रत्येक मैथ के विद्वान मैथ प्रैक्टिस (math Practice) को ही एकमात्र मैथ सीखने का कारगर तरीके के रूप में चिन्हित करते हैं| मगर सही जाने तो यह एक अर्धसत्य है| प्रोसेसर Jo Boaler इस संदर्भ में कहना है कि छात्र गणित को सबसे अच्छे से तभी सीखते हैं जब मैथ के सवालों को हल करने में उन्हें डर या बोरिंग नहीं लगता है बल्कि मैथ प्रैक्टिस (math Practice) करने में रुचि होता है और उन्हें आनंद देती है| अर्थात मैथ के कमजोर छात्रों को अगर मैथ में तेज तरार बनना है तो वैसे मैथ सीखने का कारगर (Best way to learn) तरीका अपनाना होगा जहां बेवजह केवल मैथ प्रैक्टिस के ऊपर अनावश्यक दबाव नहीं बनाया जाता है, बल्कि छात्र के लिए स्वतः मैथ एक रोचक वस्तु बन जाए, उसके लिए ज्यादा तत्पर होना होगा|

How to become brilliant in math?

मैथ में सर्वोत्तम छात्र बनने के लिए आप को अनावश्यक रूप से मैथ के प्रैक्टिस पर जोड़ नहीं देना है बल्कि आपको उन गतिविधियों को अपनाना होगा जिससे कि मैच में आपको रुचि आने लगे और मैथ स्वतः आपके लिए पसंदीदा वस्तु बन जाए|मेरे अनुसार, मैथ में अच्छा होने के लिए, आपकी रुचि मैच में हो यही सर्वोत्तम आवश्यक विधि है और इसके लिए ही हमें प्रयासरत होना होगा| किसी चीज में रूचि पैदा करना आसान नहीं होता है; और जिस चीज से आप कतराते हैं, दूर भागने की कोशिश करते हैं, उसे रुचि गत बनाना मुश्किल काम होता है; मगर कठिन कभी नहीं होता|

है कोई Math Tricks?

मैथ सीखने के लिए मैच में रुचि पैदा करना इसके लिए आवश्यक है कि हमें Tricks Mathematics का इस्तेमाल अत्यंत सहज विधि और सरलता से करना होगा– ऐसा कुछ जो आप खुद कर सके— निरंतर कर सकें— बिना किसी दबाव के कर सकें——- अपनी इच्छा से कर सके—- अत्यंत रुचि के साथ कर सकें—– सहजता के साथ जो विधि आपके आदत में शुमार हो जाए—- हर सप्ताह आप खुद में एक परिवर्तन महसूस कर सकें—– आप खुद विश्वास करने लगे कि आपका जीत निश्चित है| जी हां, आज मैं उसी विधि का चर्चा करने वाला हूं जो शायद आज तक आप से किसी ने नहीं किया होगा|

कितना मैथ— Best way to learn

उपरोक्त विधि पर चर्चा करने के पहले यह जानना जरूरी है कि मैच में सर्वोत्तम होने के लिए आपको कितना मैथ संपूर्ण रुप से सीखना होगा—- क्योंकि यही आपकी मंजिल है जिसे आप को हर हाल में तय करना है| अभी मैं जिस विधि का वर्णन करने वाला हूं उससे आप पांचवी क्लास के मैथ से ग्रेजुएशन के लिए जरूरियत मैथ को अति सहजता से सीख सकते हैं या अगर आप किसी कंपटीशन की तैयारी कर रहे हैं उसके भी मैथ को सहरसा एवं तत्परता के साथ सीख सकते हैं| इस विधि में मैथ सीखने का तरीका में सबसे पहले यह स्पष्ट होना चाहिए कि कितना मैथ आपको सीखना है? NCERT के टेस्ट बुक के अनुसार संक्षिप्त में बोला जाए तो क्लास 5 के लिए- 600 मैथ, क्लास सेवंथ के लिए— 900 मैथ, दसवीं क्लास के लिए- 1200 मैथ, ग्यारहवीं क्लास के लिए– 1600 मैथ, 12वीं क्लास के लिए-2200 मैथ| चलिए पकड़ लेते हैं 1 साल में आप 365 दिन के जगह केवल आप 300 दिन पढ़ पाएंगे। संपूर्ण विधि को समझाने के लिए मैं इन संख्याओं को एक उदाहरण के रूप में ले रहा हूं। तो हर दिन आपको कितना मैथ सीखना होगा इस पर भी एक नजर डाल देते हैं। पांचवी से सातवीं कक्षा के लिए हर दिन आपको केवल तीन मैथ पर ध्यान केंद्रित करना होगा। सातवीं से दसवीं कक्षा के लिए हर दिन आपको लगभग चार से पांच सवालों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। 12वीं क्लास या किसी कंपटीशन के लिए आपको प्रतिदिन 6 से 7 सवालों को सीखने का लक्ष्य रखना होगा। अब जरा सोचे, खुद से आकलन करें जिसे आप असंभव सा लगने वाला महा समुद्र समझ रहे थे— हर दिन के मापदंड से आप भी पा रहे होंगेकि लक्ष्य कितना छोटा है——हर कोई इसे पार कर सकता है——— मगर शर्त एक ही है निरंतरता और काम में रुचि।

दो चीज की जरूरत—- Best way to learn के लिए

चाहे दिन का तीन मैथ या सात मैथ, अगर मैथ में आपका रुचि नहीं बन पाता है और आप मैथ करने में रेगुलर नहीं बन पाते हो तो इन बातों का कोई मतलब नहीं निकलता है। तो मैथ में सर्वोत्तम होने के लिए मैं फिर से दोहराऊँगा कि,मैथ में रेगुलर और रुचि इसके बगैर आप मैथ में कुछ नहीं कर सकते। और यह दोनों चीज जरूरी है आप बिना किसी कठिनता के साथ कर सके और सहजता के साथ कर सकें। और विश्वास करें मैं जिस विधि का वर्णन करूंगा उसमें आप यह दोनों चीज अर्थात मैच में रेगुलर होना और मैथ में रुचि होना—- आप बिना किसी दबाव के सरलता के साथ कर सकते हैं। इसके लिए जरूरत होगा केवल दो चीजों की :-
1) You अर्थात आप
2) Your Mentor आपका मेंटर
solve math problems

Your Role–to solve math problems

शुरुआती दौर में प्रतिदिन आपको तीन मैथ सीखना है चाहे आप किसी भी कक्षा में हो या आप किसी कंपटीशन की तैयारी कर रहे हो| इन तीन मैथ को समझने के लिए आपके पास उपलब्ध है— आपके टीचर या टेस्टबुक या यूट्यूब पर वीडियो| आज के दिन में तीन मैथ सीखना बहुत बड़ी समस्या नहीं है क्योंकि आपके पास इन तीन मैच को सीखने के लिए तीन विकल्प भी आपके पास उपलब्ध है| यह एक सत्य है कि गणित को बिना समझे गणित पर पकड़ नहीं बनाया जा सकता है और यह भी सत्य है कि केवल तीन मैच को सीखने के लिए उपरोक्त तीनों विकल्पों का उपयोग करके आप हर दिन अत्यंत सहजता के साथ 3 गणित को समझ सकते हैं और कर सकते हैं— इस पर ज्यादा संशय ना करें—- करना शुरू करें| मेरी उम्र 65 साल की है और सही में देखा जाए तो 40 साल से मैं छात्रों को गणित पढ़ा रहा हूं और कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी ने थोड़ी सी प्रयास करके हर दिन का 3 गणित खुद से समझ ना पाया हो| आज चुकी मैं संपूर्ण विधि पर चर्चा करने वाला हूं इसलिए हर दिन का 3 सवाल खुद से सीखा जा सकता है इस सत्य को सामने रख रहा हूं और विस्तृत चर्चा इस पर किसी और ब्लॉग में करूंगा|

Mentor Role–during problem-solving in mathematics

अब जरूरत है आपके लिए एक सही मेंटर की| मेंटर वैसा होना चाहिए जो आपको जानता हो, आपका भला चाहता और आप जिस गणित को सीखना चाहते हैं उसकी समझ उसे भी जरूर हो साथ ही हर दिन आपके लिए 20 से 30 मिनट का समय निकाल सकता हो| मेंटर की तलाश मैं आपको थोड़ी सी कोशिश करना होगा मगर यह कतई कठिन नहीं है| मेंटर के रूप में आप अपने परिवार के किसी सदस्य जैसे बड़ा भाई, माता पिता या आपकी शिक्षक यहां तक कि आपकी किसी दोस्त को चयन कर सकते हैं मगर जरूरत बस इतना ही है कि जिन गणित ओं को आप सीखने वाले हैं उसका वह जानकार हो और आपके लिए हर दिन निर्धारित कुछ समय निकाल सकता हो| आपके अनजाने में यह मेंटर आपके लिए दो काम कर देते हैं:- पहला गणित के समझ को आपके लिए आसान कर देते हैं और गणित में आपका रुचि पैदा कर देते हैं। हमने उपरोक्त चर्चा से इस बात को संपूर्ण रूप से समझ लिया है की गणित में पारदर्शिता होने के लिए गणित की संपूर्ण समझ होना चाहिए और साथ ही साथ गणित आपके लिए एक रूचि कर विषय वस्तु हो।
अब जगह समझ ले कि आप और आपके मेंटर के साथ क्या काम होंगे। जैसा कि पहले मैंने आपको बताया है कि शुरुआती दौर में आपको खुद से हर दिन तीन मैथ सीखने होंगे। पहला दिन जिन तीन मैथों को आप सीखते हैं उन्हीं तीन मैथों को मेंटर के सामने फिर से हल करते हैं और एक शिक्षक की तरह उन तीनों मैथों को आप अपने मेंटर को समझाते हैं। मेंटर आपसे उन तीन मैथों को समझता है और आपसे यह पूछता है कि आपने उस स्टेप को क्यों किया? आप भी मानेंगे की यह की सरल विधि है और इसे करने में कुछ खास असुविधा नहीं होगा अगर आपका कोई दोस्त है जो आपसे मैथ में कुछ ज्यादा तेज है उसे अगर मेंटर के रूप में आप निर्वाचित करते हैं तो यह काम और अति सरल हो जाता है। केवल 7 दिन तक जब आप हर दिन तीन मैथ आप अपने मेंटर को समझाएंगे तो आप आश्चर्य हो जाएंगे कि आपको भी गणित करने में स्वाभाविक रूप से रूचि आने लगेगा और आप मेंटर को गणित समझाने में नहीं कराएंगे और यही आपकी सफलता का पहला कदम होगा। मैं जानता हूं इस तरह का परामर्श आपको अभी तक किसी ने नहीं दिया होगा और ना ही आपने इस तरह के कदम के बारे में सोचा होगा। मगर आप जानेंगे कि पिछले 40 सालों के अनुभव से आज मैं संपूर्ण तरह से निश्चित हूँ की गणित में कमजोर छात्र के लिए इससे बेहतर कोई उपाय हो ही नहीं सकता और मैंने इस विधि का इस्तेमाल 10-20 छात्र नहीं, बल्कि सैकड़ों छात्रों पर आजमाया है और कभी मुझे इस विधि को अपनाकर अफसोस नहीं करना पड़ा है।

Not Math Learner–But Math Solver

उपरोक्त विधि में, अगर आप ध्यान देंगे तो पाएंगे कि आपका रोल Math Learner नहीं रह जाता है बल्कि शुरुआती दौर से ही आप एक Math Solver के रोल को अदा करने लगते हैं| Math में सर्वोत्तम छात्र मैथ सीखने की प्रक्रिया में Math Solver के प्रक्रिया को अपनाते हैं और आप भी वैसा करना शुरू कर देते हैं। जैसा कि मैं पहले से ही बोल रहा था कि आप तभी मैं सीख पाएंगे जब आपकी स्वाभाविक रुचि गणित में होने लगेगी और यह प्रक्रिया आप में स्वत: गणित की रूचि पैदा कर देती है। weak student individual learning plan है और 1 महीने के अंदर आपको गणित में भरपूर सफलता पाना शुरू हो जाता है। अब आपके ऊपर है उपरोक्त विधि को केवल आप जानकारी के तहत अपने तक सीमित रखते हैं या इसे अपनाकर आप अपने भविष्य की सफलता का शुरुआत करते हैं!

My Help भी आपके लिए उपलब्ध है

इंसान का दिमाग अलग अलग होता है, उनके सामने परिस्थितियां भी अलग अलग होता है अतः दिमाग और परिस्थिति के अनुसार उपरोक्त विधि के इस्तेमाल में भी अलग-अलग तरह के रास्ते को अपनाना पड़ता है| अगर आपने ठान लिया है कि आप अपने गणित के कमजोरी का अंत करके जीवन को एक नई दिशा देंगे और अगर आप चाहते हैं कि इस काम में मैं आपको सहायता करूं तो जान लें कि कुछ शर्तों के आधार पर आपको मेरी सहायता अवश्य मिल सकता है| आप मेरी सहायता कैसे और किन शर्तों पर हासिल कर सकते हैं इसे जानने के लिए यहां क्लिक करें|

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