How to Study

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कमजोर छात्र, अभी मैं जिस विधि का वर्णन करने जा रहा हूं, world के लाखों कमजोर छात्र उस विधि को अपनाकर पढ़ने में तेज तरार बन चुके हैं| क्या आप नहीं बनोगे? चाहे आप किसी क्लास या standard में क्यों ना हो, चाहे आप किसी भी subject में कमजोर क्यों ना हो, चाहे आप कोई भी परीक्षा क्यों न दे रहे हो, इस ब्लॉग में आगे आपको अपने कमजोरी से निजात पाने के लिए सही दिशा मिलेगा|
How we learn इस किताब का शीर्षक है और यह महज एक किताब नहीं है बल्कि New York Times की Best seller Book है| आप तो जानते ही हैं की न्यू यॉर्क टाइम्स में कोई बुक ऐसे ही बेस्टसेलर नहीं बन जाते हैं| इस किताब के लेखक हैं Benedict Carey जिन्होंने पढ़ने की सर्वोत्तम उपाय के बारे में विश्व को इस किताब के द्वारा बताए| इस किताब ने विश्व के लाखों छात्रों को जो खुद को पढ़ने में कमजोर मानते थे और परेशान रहते थे उनको अपने कमजोरी से निजात दिलाया| आगे इस ब्लॉग में इस किताब की मुख्य बिंदुओं पर चर्चा करेंगे, संक्षेप में जानेंगे जिससे कि हर कमजोर छात्र को पढ़ने में एक नई दिशा प्राप्त हो और अपने कमजोरी को दूर करने के लिए पहला कदम बढ़ा सकें|
कैसे एक काम से अपना किस्मत चमकाएं
Rule-1 Spacing Effect & Distributive Learning : इस शब्द का मैं सहज और सरल शब्दों में इस तरह व्याख्या करना चाहूंगा कि- बचपन में हमें बोला जाता है कि मन लगाकर एक साथ तीन चार घंटे बिना किसी व्यवधान के लगातार पढ़ो तो तुम्हारी पढ़ाई सफल होगी— मगर यह गलत है अर्थात तीन चार घंटे बिना किसी व्यवधान के लगातार पढ़ने की बात वैज्ञानिक दृष्टिकोण से त्रुटिपूर्ण है| विश्व के वैज्ञानिक ने यह साबित कर दिया है की लगातार 4 घंटे पढ़ने की कोशिश ज्यादा फायदेमंद नहीं होता है बल्कि उसके जगह 1 घंटे में अगर 50 मिनट पढ़ना है तो अगला 10 मिनट आपको ब्रेक भी लेना है| अर्थात 50 मिनट पढ़ना फिर 10 मिनट का ब्रेक लेना फिर 50 मिनट पढ़ना फिर ब्रेक लेना यह क्रमवार स्थिति में पढ़ना एक सर्वोत्तम वैज्ञानिक विधि है| स्थिति का आकलन हम ऐसे भी कर सकते हैं अगर किसी को 4 घंटे लगातार दौड़ने की बात कही जाए तो 4 घंटे में वह जितनी दूरी दौर पाएगा; उसी बंदे को अगर 55 मिनट लगातार दौड़ने और 5 मिनट का ब्रेक लेने फिर 55 मिनट दौड़ने– इस तरह क्रमवार रूप से 4 घंटे तक दौड़ने का बोला जाए तो वह लगातार दौड़ने से कम थकेगा और ज्यादा दूरी को भी तय कर पाएगा| पढ़ते वक्त भी इसी क्रम को हमें अपनाना चाहिए और इस क्रमवार पढ़ाई को ही Spacing Effect & Distributive Learning कहा जाता है| अब आज से, आप जब भी पर हैं तो 1 घंटे की पढ़ाई में 50 मिनट की पढ़ाई और 10 मिनट का ब्रेक इस विधि को अपना लें तो आपका पढ़ाई ज्यादा कारगर साबित होगी|
Rule-2 Fluency Illusion : सहज और सरल शब्दों में बोला जाए तो जब हम किसी टॉपिक को दो चार बार पढ़ते हैं तो हमें लगता है कि हम उस टॉपिक के सारे मुद्दे को समझ चुके हैं, जान चुके हैं और उस टॉपिक पर किसी भी सवाल को बड़े आसानी के साथ जवाब दे पाएंगे| मगर हकीकत में ऐसा कुछ नहीं होता है| परीक्षा के वक्त हमें उस टॉपिक पर कुछ ही मुद्दे याद रहते हैं और अधिकतर पॉइंट हम भूल चुके होते हैं| यह एक आम घटना है और इसको ही Fluency Illusion कहते हैं| हम में से अधिकतर की पढ़ने की विधि किसी टॉपिक को शुरू से अंत तक बार-बार पढ़ने की होती है और वैज्ञानिकों की माने तो इस तरह की पढ़ाई गलत है, त्रुटिपूर्ण है और इससे परीक्षा में अच्छे मार्क्स नहीं लाया जा सकता है | अच्छे मार्क्स लाने के लिए वैज्ञानिकों के अनुसार हमें निम्न बताए गए तरीके से किसी टॉपिक की तैयारी करना चाहिए और यह एक अहम मुद्दा है।
(1) सर्वप्रथम संपूर्ण टॉपिक को कम से कम 2 बार पढ़ें जिससे कि आपको संपूर्ण टॉपिक का सारांश आपको समझ में आ जाए|
(2) अब टॉपिक के पहले दो paragraph को एक साथ पढ़ें और किताब को बंद करके खुद से खुद इन टॉपिक के मुख्य बिंदुओं को बोलने की कोशिश करें| इस प्रयास को तब तक जारी रखें जब तक आपके दिल में यह तसल्ली नहीं हो जाए कि आप उस 2 paragraph के सारे मुद्दों को बड़े आसानी के साथ खुद से खुद को बोलने में समर्थ हो गए हैं। अगर आप गणित कर रहे हैं तो केवल गणित के 2 सवाल को उठाएं, उन सवालों को हल कैसे किया गया है उसे गौर से देखे, फिर किताब को बंद करके केवल गणित के सवाल को देखते हुए खुद से किसी कागज पर हल करें। अब किताब को खोलें और किताब में दिए गए हल से आपके द्वारा हल किए गए को मिलान करें और देखें कि आपने कोई गलती तो नहीं किया है। अगर गलती किया है तो सुधार ले और फिर से केवल सवाल को देखते हुए उन दो सवालों का फिर से हल करें और किताब से मिलान करें। यह प्रक्रिया तब तक दोहराएं जब तक आप उन दो गणित के सवाल का हल खुद से झटके में नहीं कर पाते हैं।
(3) जब उपरोक्त विधि से 2 paragraph या गणित के 2 सवाल संपूर्ण रुप से तैयार हो जाएं तो फिर उस टॉपिक के आगे के 2 paragraph या गणित के अगले 2 सवाल को लें और ऊपर बताए हुए तरीके से अगले दो paragraph या दो गणित के सवाल को तैयार करें। इस तरह 2-2 paragraph या गणित के दो दो सवाल लेकर संपूर्ण चैप्टर की तैयारी करें। जान लीजिए; किसी भी सब्जेक्ट के किसी भी चैप्टर को तैयार करने में यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण तरीका है और इस तरीका से आपकी पकड़ उस चैप्टर पर अच्छी तरीके से हो जाता है और आपको अच्छे मार्क्स पाने का संभावना प्रबल हो जाता है
कैसे एक काम से अपना किस्मत चमकाएं
Rule-3 Change is good : स्थान परिवर्तन और समय परिवर्तन पढ़ने की एकाग्रता बढ़ाने में अत्यंत रूप से सहायक होते है | वैज्ञानिकों द्वारा किए गए प्रयोग से यह सिद्ध हो चुका है की अगर आप पढ़ने की स्थल परिवर्तन लाते हैं अर्थात आप किसी fix जगह पर बैठकर प्रत्येक दिन नहीं पड़ते हैं बल्कि पढ़ने की स्थल में changes लाते रहते हैं, तो यह आपके पढ़ने की एकाग्रता में वृद्धि लाती है| उसी तरह अगर आप पढ़ने की समय में भी थोड़ा बहुत परिवर्तन करते रहते हैं तो यह आपके लिए मददगार साबित होता है| वैसे देखा जाए तो यह हमारे धारणा के एकदम उलट है क्योंकि हमें बचपन से एक की बात बोला जाता है कि हर दिन एक ही जगह पर बैठकर पढ़ना और एक ही समय में पढ़ने से पढ़ाई की गुणवत्ता में वृद्धि होती है।
Rule-4 Test, Teach & Mix: किसी भी पढ़ाई में उपयुक्त रिवीजन एकमात्र विधि है जिससे कि हम हमारी याद में स्थायित्व ला सकते हैं और साथ ही परीक्षा में अच्छे मार्क्स ला सकते हैं| हम साधारण रिवीजन करने का अर्थ समझते हैं कि उस विषय वस्तु को फिर से पढ़ना, जबकि वैज्ञानिक प्रयोग में कुछ और बातों को भी बोला गया है जो तैयारी की संपूर्णता के लिए अति आवश्यक है| हमें सफल रिवीजन करने के लिए निम्नलिखित विधि को अपनाना चाहिए:-
  1. रिवीजन करते वक्त हमें संपूर्ण टॉपिक को एक साथ नहीं पढ़ना चाहिए| बल्कि 2 paragraph को उठाकर पहले हमें बिना किताब देखे यह सोचना चाहिए कि हमने पहले दो पैराग्राफ में क्या पढ़ा था और उसके मुख्य बिंदु क्या थे? फिर किताब पलट कर देखना चाहिए हमें कितने बिंदु याद हैं और हम क्या-क्या भूल चुके हैं| फिर उन्हीं दो पैराग्राफ को फिर से याद करने की कोशिश करनी चाहिए कि उसके मुख्य बिंदु क्या क्या है? गणित के भी रिवीजन के वक्त पहले प्रथम 2 सवाल को लेकर खुद से हल करना चाहिए फिर किताब से मिलान करते हुए देखना चाहिए कि हमने कोई गलती किया है या नहीं और अगर गलती किया है तो वह गलती क्या थी। फिर उन दोनों सवाल को फिर से एक बार खुद से सही रूप में हल कर लेना चाहिए। इस तरह यह प्रक्रिया किसी टॉपिक के रिवीजन या किसी गणित के चैप्टर की रिवीजन करने के लिए दो दो पैराग्राफ या दो दो सवाल को लेते हुए संपूर्ण टॉपिक या गणित के चैप्टर को संपूर्ण रूप से रिवीजन करना चाहिए
  2. जब आप उपरोक्त विधि से रिवीजन कर लेते हैं तो उस चैप्टर के पीछे जितने भी सवाल दिए हुए रहते हैं उन सवालों को आप को हल करना चाहिए जिससे कि उस टॉपिक या गणित के चैप्टर आपकी अच्छी पकड़ बन सके।
  3. रिवीजन करने का दूसरा पहलू है उस टॉपिक या उस गणित को अपने दोस्तों को समझाना एवं उस पर विस्तृत चर्चा करना। जब भी आप किसी विषय वस्तु को दूसरे को समझाने की प्रयास करते हैं तो इस प्रक्रिया में उस टॉपिक पर आप की पकड़ और भी मजबूत हो जाता है।
  4. जब आप 2 से 3 चैप्टर तैयार कर लेते हैं तो फिर उन 2-3 चैप्टर से जुड़े हर संभावित सवाल को एक साथ मिक्स करके उस पर जवाब देने की कोशिश करते हैं और यह कोशिश आपको उस चैप्टर में संपूर्णता देता है।
Rule-5 Zeigarnik Effect : सहज और सरल रूप में अगर बोला जाए तो Zeigarnik Effect में लोगों को Incomplete Work स्वाभाविक रूप से ज्यादा याद रहता है जबकि वही काम जब complete हो जाता है तो हम जल्दी भूलने लगते हैं| इस प्रभाव को साधारण किसी होटल के waiter के दृष्टांत से आसानी से समझा जा सकता है| होटल के किसी वेटर को उसका कोई ग्राहक क्या-क्या खाना मंगवाया वह सारा कुछ तब तक याद रहता है जब तक उस ग्राहक ने क्या क्या खाना खाया उसे कैश काउंटर पर वेटर लिखवा नहीं देता है- अर्थात ग्राहक के बिल पेमेंट के पहले तक वेटर को उस ग्राहक के बारे में सब कुछ याद रखना पड़ता है और यह काम वह वेटर बहुत आसानी से कर लेता है। लेकिन अगर उसी वेटर को किसी उस ग्राहक के बारे में पूछा जाए जो 2 घंटा पहले उसके पास खाना खाया था तो देखा गया है कि वेटर को कुछ भी याद नहीं रहता है— कि उस वेटर ने 2 घंटे पहले किसी काम को क्या-क्या खाना खिलाया था। अर्थात जब तक काम संपूर्ण नहीं होता तब तक दिमाग उस काम के बारे में भूलता नहीं है मगर जब काम पूरा हो जाता है तो दिमाग उस काम को भूलने लगता है और इसी को मनोवैज्ञानि। Zeigarnik Effect कहते हैं।
इस Zeigarnik Effect को बहुत आसानी के साथ हम पढ़ाई में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसी कारण वैज्ञानिक सुझाव देते हैं कि कोई भी टॉपिक या चैप्टर समाप्त करने के पहले रुके एक छोटा सा ब्रेक ले—- थोड़ा टहल कर आए| जब आप टहलने जाते हैं तो उस वक्त आप चिंता करें कि आप उस चैप्टर में क्या क्या पढ़ा था| क्योंकि आपका दिमाग जानता है कि आपने अभी तक वह चैप्टर समाप्त नहीं किया है तो उसके याद को पकड़ कर रखता है और आप जब उस टॉपिक के मुख्य बिंदुओं को डालते हुए सोचते हैं तो आपकी याददाश्त परमानेंट होने लगती है|
Rule-6 Nap या झपकी : हम साधारण से समझते हैं कि पढ़ते वक्त झपकी लेना गलत है जबकि वैज्ञानिक इसे एक सही प्रक्रिया मानते हैं| वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर आप एक-दो घंटे के पढ़ाई के बाद 10 से 15 मिनट का एक झपकी लेते हैं तो वह आपकी याददाश्त को strong करने में बहुत मदद करता है| यह एक सत्यापित तथ्य है और इस कारण इस तथ्य पर कोई सवाल ना करें|
हमने अभी Benedict Carey द्वारा लिखी गई How We Learn पुस्तक की कुछ मुख्य बिंदु को इस ब्लॉग में जाना| How We Learn के समस्त पहलुओं पर चर्चा करना इस ब्लॉग में कतई संभव नहीं है| मगर हर कमजोर स्टूडेंट को अवश्य उनके कमजोरी का कारण और कमजोरी से निजात पाने का उपाय यह दोनों जानना अति आवश्यक है तभी कोई स्टूडेंट अपने कमजोरी से सदा के लिए निजात पा सकता है और अपने सपने को साकार कर सकता है| इसके लिए आपको इस किताब को अवश्य पढ़ना चाहिए और अपने खुद की तैयारी के लिए अमल में लाना चाहिए| याद रखेंगे यह किताब हर कमजोर स्टूडेंट के लिए एक संपद की तरह है जो उसके जीवन से निराशा को सदा के लिए दूर भगा सकता है| यह किताब हमारे भारतवर्ष में भी उपलब्ध है| Amazon से आप इस किताब को प्राप्त कर सकते हैं| यह किताब अत्यंत कम दाम में उपलब्ध है और आपके सुविधा के लिए मैं इस किताब का लिंक नीचे दे रहा हूं जिस पर आप क्लिक करके इस किताब को अमेजॉन से खरीद सकते हैं|
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कैसे एक काम से अपना किस्मत चमकाएं
टेस्ट देकर फटाफट कैसे जोड़ना सीखें
दशमलव का जोड़ देना सीखें
वर्गमूल का जोड़ना सीखें
टेस्ट देकर फटाफट घटाना सीखें
दशमलव का घटाना सीखें
वर्गमूल का घटाना सीखें
टेस्ट देकर पहाड़ा याद करें
दशमलव का गुणा सीखें
वर्गमूल का गुणा सीखें
घातांक गुणा
देशी भाग और संख्याओं को काटना
दशमलव का भाग
पूर्ण और दशमलव संख्याओं का ल0स0 निकालना
पूर्ण और दशमलव संख्याओं का म0स0 निकालना
भिन्न का जोड़
भिन्न का घटाव

All Basics

Math Arithmetics Basic (मैथ अंकगणित बेसिक)
Trigonometry Basic(त्रिकोणमिति बेसिक)
Algebra Basic(बीजगणित बेसिक)
Mensuration Basic (क्षेत्रमिति बेसिक)
Geometry Basic(ज्यामिति बेसिक)

अंकगणित चैप्टर

Time & Work (समय और काम)
Average (औसत)
Percentage (प्रतिशत)
Profit & Loss (लाभ और हानि)
Age (उम्र पर आधारित सवाल)
LCM & HCF (ल0स0 और म0स0 पर आधारित सवाल)
Number System (संख्या पद्धति)
Ratio (अनुपात)
Mixture & Alligation (मिश्रण)
Time & Distance (समय और दूरी)
Train (रेलगाड़ी पर आधारित सवाल)
Boat (नाव पर आधारित सवाल)
Statistics (सांख्यिकी)
Data Interpretation (सम्यकों की ब्याख्या)
Simple Interest (सरल ब्याज)
Compound Interest (चक्रवृद्धि ब्याज)
Partnership (साक्षेदारी)
Simplification (सरलीकरण)

Advance Math

Mensuration (क्षेत्रमिति)
Geometry(ज्यामिति)
Algebra(बीजगणित)
Trigonometry(त्रिकोणमिति)

General Awareness

Regular

NTPC Special
RPF
Railway Gr D
SSC GD
SSC CGL
SSC CHSL
SSC CPO
SSC Stenographer
SSC Multitasking
Police
Daroga
Forest Guard

BSF Constable
BSF Head Constable
ICG Navik
NDA
Patwari